📍 आलापुर (अंबेडकरनगर)।
संवाददाता — लालमणि गोंड
विकास खंड जहांगीरगंज की ग्राम पंचायत तिलकटंडा में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का अनोखा खेल सामने आया है। ग्राम पंचायत में इंडिया मार्का हैंडपंपों की मरम्मत और गांव में चूना-ब्लीच छिड़काव जैसे कार्यों के नाम पर लगभग 12 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया गया, जबकि जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है।
गांव में प्रवेश करते ही गंदगी से भरी बजबजाती नालियां, जगह-जगह कूड़ा करकट, और लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए आरआरसी सेंटर (कूड़ा निस्तारण गृह) पर उगी झाड़ियां और गंदगी गांव के विकास कार्यों का सच बयान कर रही हैं।
🔍 हैंडपंप मरम्मत में बड़ा घोटाला
ग्राम पंचायत में करीब 20 इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं, जिनमें से आधा दर्जन हैंडपंप निष्प्रयोज्य हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, लालसा दलित टोला, घनश्याम गोंड टोला, और पुराने शौचालय के पास लगे हैंडपंप महीनों से बंद पड़े हैं। बावजूद इसके पंचायत द्वारा 41 हैंडपंपों की मरम्मत दिखाकर लगभग 10 लाख रुपये का भुगतान कर लिया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव ने मिलकर सरकारी धन का बंदरबांट किया है।
⚠️ चूना-ब्लीच के नाम पर भी हेराफेरी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पंचायत ने केवल पिछले 8 महीनों में चूना-ब्लीच छिड़काव के नाम पर ₹1,17,000 का भुगतान कर दिया है। वहीं, बीते चार वर्षों में लाखों रुपये इसी मद में खर्च दिखाए जा चुके हैं।
गांव वालों का कहना है कि कभी गांव में सफाई या चूना-ब्लीच का छिड़काव होता नहीं दिखा। गलियां और चकरोड गंदगी से भरी पड़ी हैं।
🗣️ ग्रामीणों की नाराजगी
ग्रामीण आशिक अली, वसीम, बबलू, रामअधार, इंद्रावती, रामबुझारत और खुसरू ने बताया कि विकास के नाम पर कागजों पर कार्य दिखाकर पैसा निकाला जा रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर हालात बद से बदतर हैं। ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
🏢 अधिकारी का जवाब
इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी (जाहांगीरगंज) सतीश कुमार सिंह से पत्रकारों ने बात की तो उन्होंने कहा —
“यदि किसी को शिकायत है तो आवेदन देकर जांच कराई जाएगी।”
हालांकि, बीडीओ का यह भी कहना है कि ऑनलाइन भुगतान और कार्य विवरण जनसुविधा पोर्टल पर उपलब्ध हैं, जिससे किसी भी नागरिक को यह जानकारी मिल सकती है कि पैसा कहां और कैसे खर्च हुआ।
📸 मीडिया ने किया सच्चाई का खुलासा
ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची पत्रकारों की टीम ने गांव का निरीक्षण किया और कैमरे में भ्रष्टाचार की सच्ची तस्वीरें कैद कीं।
ग्राम पंचायत के कथित विकास कार्यों की हकीकत अब प्रशासनिक जांच का विषय बन चुकी है।
📍 ग्राम पंचायत तिलकटंडा में विकास नहीं, भ्रष्टाचार की गंध फैली है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रशासन जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेगा या भ्रष्टाचार के इस खेल पर फिर पर्दा डाल दिया जाएगा।
